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फरार मुकेश बोरा गिरफ्तार: पुलिस की बड़ी कामयाबी

लंबे समय से फरार चल रहे दुष्कर्म आरोपी को रामपुर से गिरफ्तार, एसएसपी ने टीम को किया सम्मानित

हल्द्वानी: दुष्कर्म और छेड़छाड़ के गंभीर आरोपों में लम्बे समय से फरार चल रहे दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को आखिरकार पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार कर लिया। मुकेश बोरा पर एक विधवा महिला से दुष्कर्म और नाबालिग से छेड़छाड़ के संगीन आरोप थे, जिसके बाद से वह फरार था। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पिछले कई महीनों से विभिन्न राज्यों में तलाशी अभियान चला रही थी, जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान शामिल थे।

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने इस सफलता की जानकारी प्रेसवार्ता के माध्यम से दी और मुकेश बोरा को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की प्रशंसा करते हुए उन्हें ₹2500 का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी पुलिस की कड़ी मेहनत और सटीक रणनीति का नतीजा है, जिसने इस लंबे समय से फरार आरोपी को अंततः न्याय के कटघरे में खड़ा कर दिया।मुकेश बोरा पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ के आरोपों में मामला दर्ज होने के बाद से ही पुलिस उसके ठिकाने का पता लगाने में जुटी थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि उसे छिपने में कुछ बाहरी ठेकेदार और अन्य लोग मदद कर रहे थे। पुलिस ने बोरा को पकड़ने के लिए लगातार यूपी, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में छापेमारी की। इस बीच पुलिस को संदेह हुआ कि परिवहन विभाग के एक अधिकारी भी उसकी मदद कर रहे थे, जिसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की थी।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, हल्द्वानी पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि मुकेश बोरा उत्तर प्रदेश के रामपुर में छिपा हुआ है और दिल्ली भागने की फिराक में है। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रामपुर में छापा मारा और बोरा को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि बोरा ने दिल्ली भागने की योजना बनाई थी, लेकिन इससे पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब मुकेश बोरा से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है, जिन्होंने उसे फरारी के दौरान मदद पहुंचाई थी। पुलिस इस मामले में बाहरी ठेकेदारों और अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है। साथ ही, इस बात की भी जांच हो रही है कि मुकेश बोरा को फरारी के दौरान कौन-कौन सी सुविधाएं मुहैया कराई गईं और इसके पीछे कौन लोग शामिल थे।मुकेश बोरा को अब कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि उससे आगे की पूछताछ की जा सके और इस मामले में अन्य आरोपियों का भी पर्दाफाश हो सके। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी कई लोग संलिप्त हो सकते हैं, जो मुकेश बोरा की फरारी के दौरान उसकी मदद कर रहे थे। पुलिस अब सभी एंगल से इस मामले की गहन जांच कर रही है।एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने इस सफलता को पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि बताया और टीम को प्रोत्साहित करने के लिए ₹2500 का इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों को कड़ा संदेश देती है कि कानून से कोई भी बच नहीं सकता और पुलिस अपराधियों को न्याय तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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